टिकट के मामले में एमएलए जरावता ने राव इंद्रजीत को दी मात !

देश-विदेश पटौदी

फतह सिंह उजाला
पटौदी । 
जिला परिषद प्रमुख पद अनुसूचित वर्ग की महिला के लिए आरक्षित होने को लेकर जिला परिषद के चुनाव के लिए आरक्षित वार्ड 9 में बीते काफी समय से पसीना बहा रहे पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं को जबरदस्त झटका लगा है । इस मामले में नवागत भाजपाई वार्ड नंबर 9 से मधु सारवान को एमएलए सत्य प्रकाश जरावता की रिकमेंडेशन पर ही भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जिला परिषद चुनाव में अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया गया है। दूसरी ओर टिकट के लिए स्वर्गीय तुलसीराम की पुत्रवधू अंजू कुमारी पत्नी दीपक तुलसीराम और एडवोकेट एस एस थिरयान अपनी पुत्रवधू मनीषा के लिए केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की मार्फत टिकट हासिल करने को पूरा जोर लगाए हुए थे । लेकिन टिकट के मामले में एमएलए जरावता का दाव ने केंद्रीय मंत्री रविंद्र जी सिंह परे एक प्रकार से भारी पड़ने का ही काम कर दिखाया है। इसी प्रकरण में एमएलए जरावता का दावा है कि 10 में से जो 6 वार्ड पटौदी हलके के है, इनमें उनकी ही सिफारिस पर रितू यादव वार्ड 5, लक्ष्मी नारायाण वार्ड 6, अजू रानी वार्ड 7, ललित चौहान वार्ड 8 और नीलम देवी वार्ड10 से भाजपा की उम्मीदवार घोषित किये गए हैं।

गौरतलब है कि जिला परिषद प्रमुख अनुसूचित वर्ग की महिला के लिए आरक्षित होने के साथ ही वार्ड नंबर 9 भी अनुसूचित वर्ग की महिला के लिए आरक्षित है । ऐसे में वार्ड नंबर 9 जिला परिषद चुनाव में हॉट सीट सहित राजनीतिक नजरिए से सबसे महत्वपूर्ण वार्ड बना हुआ है । हालांकि इस दौरान केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से समर्थन सहित आशीर्वाद प्राप्त करने वालों में जननायक जनता पार्टी की टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके दीपचंद की पुत्री दीपाली चौधरी और पूर्व एमएलए रामबीर सिंह की पुत्रवधू अनु पटौदी के नाम मुख्य रूप से शामिल है । सूत्रों के मुताबिक राव इंद्रजीत सिंह की तरफ से गुरुग्राम भाजपा जिला इकाई को 2 नाम मनीषा कुमारी और अंजू कुमारी जिला परिषद चेयरमैन टिकट के लिए रिकमेंड किए गए थे। इसके अलावा पहले ही दिन से पटौदी के एमएलए सत्य प्रकाश जरावता वार्ड नंबर 9 से मधु सारवान के नाम की पैरवी करते हुए चाय पर पहुंच अपना खुला समर्थन भी दे चुके है। इस पूरे प्रकरण में वार्ड नंबर 9 से चुनाव लड़ने वालों में मुख्य नाम पूर्व एमएलए भूपेंद्र चौधरी की पुत्री सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट पर्ल चौधरी, पूर्व एमएलए रामवीर सिंह की पुत्रवधू अनु पटौदी, पटोदी पंचायत समिति के पूर्व अध्यक्ष तथा जननायक जनता पार्टी की टिकट से एमएलए का चुनाव लड़ चुके दीपचंद की पुत्री दीपाली चौधरी, स्वर्गीय तुलसीराम की पुत्रवधू अंजू कुमारी, एडवोकेट एस एस थिरयान की पुत्रवधू मनीषा कुमारी,  सुनीता खगनवाल पत्नी  महेश कुमार और शकुंतला देवी पत्नी हरि सिंह के नाम सामने आ चुके हैं । इनमें से कुछ दावेदार अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं, 28 अक्टूबर नामांकन की अंतिम तिथि होने की वजह से शुक्रवार को अन्य तमाम चुनाव सहित जिला परिषद प्रमुख बनने के दावेदार उम्मीदवार भी अपना-अपना नामांकन दाखिल करने की तैयारी पूरी कर चुके हैं।

इस पूरे प्रकरण में राजनीतिक नजरिए से देखा जाए तो पटौदी विधानसभा क्षेत्र राव इंद्रजीत सिंह और उनके स्वर्गीय पिता पूर्व सीएम एवं केंद्रीय मंत्री राव बिरेंदर सिंह का मजबूत राजनीतिक किला रहा है । मजबूत किले से राव इंदरजीत सिंह के कथित रूप से ना चाहते हुए भी अभी तक के राजनीतिक इतिहास में भूपेंद्र चौधरी और मौजूदा एमएलए सत्य प्रकाश जरावता चुनाव जीतने वालों में माने जाते हैं । मौजूदा समय में राज्य की राजनीति और सरकार के मुखिया के तौर पर सीएम मनोहर लाल के बेहद करीब और विश्वसनीय पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता को माना जा रहा है । उनके पास भारतीय जनता पार्टी के द्वारा फरीदाबाद का जिला प्रभारी का दायित्व , भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश सह प्रवक्ता और भारतीय जनता पार्टी का ही प्रदेश सचिव का भी दायित्व सौंपा हुआ है । दूसरी ओर राजनीतिक नजर से देखा जाए तो जिस गांव से भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जिला परिषद प्रमुख पद के लिए अपना अधिकृत उम्मीदवार मधु सारवान को घोषित किया गया है, उस गांव सहित आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांव और ग्रामीण आज भी पूरी तरह से राजनीतिक तौर पर राव इंद्रजीत सिंह के जबरदस्त समर्थक और एक इशारे पर राजनीतिक बाजी पलटने की क्षमता वाले माने जाते हैं।

बहरहाल शुक्रवार 28 अक्टूबर को नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के उपरांत 30 अक्टूबर को नामांकन वापस लेने सहित चुनाव चिन्ह आवंटन तक वार्ड नंबर 9 से कौन-कौन उम्मीदवार जिला परिषद चुनाव की दौड़ में गंभीरता से गांव और ग्रामीणों सहित मतदाताओं के बीच पहुंचना आरंभ करेंगे, इस बात पर सभी की नजरें अभी से टिकी हुई है । वही इस प्रकार की चर्चा भी सुनने को लगातार मिल रही है कि जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी के पुराने कार्यकर्ता और पदाधिकारी जो कि टिकट की दौड़ में शामिल थे , उनके टिकट से वंचित रहने के बाद ऐसे उम्मीदवारों के द्वारा यदि नामांकन किया जाता है तो फिर उनके समर्थकों का क्या रुख किसकी तरफ रहेगा ? इस बात पर भी चुनावी परिणाम बहुत हद तक निर्भर रहेंगे।

इसके अलावा अभी सबसे और महत्वपूर्ण बात यह देखने वाली है कि भारतीय जनता पार्टी के अलावा जननायक जनता पार्टी , कांग्रेस पार्टी तथा आम आदमी पार्टी के द्वारा जिला परिषद प्रमुख के चुनाव के लिए वार्ड नंबर 9 से किस-किस उम्मीदवार को कितना और कैसा समर्थन सहित सपोर्ट किया जाएगा ? क्योंकि अभी तक उपरोक्त तीनों पार्टियों में से एक भी बड़ा और नामी तथा प्रभावशाली नेता या चेहरा खुलकर सामने दिखाई नहीं दिया है । जननायक जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी , कांग्रेस पार्टी के द्वारा किस उम्मीदवार को अपना समर्थन परोक्ष या अपरोक्ष रूप से दिया जाएगा ? इस बात पर भी लोगों की नजरें अभी से टिकी हुई है। लेकिन जो कुछ भी पूरी तरह से राजनीतिक माहौल बनेगा , वह नामांकन वापस लेने और सिंबल आवंटन होने के बाद ही देखने के लिए मिलेगा।

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