आर्थिक राजधानी गुरूग्राम के मानेसर पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत
जमीन अधिग्रहण के विरोध में किसान 65 दिनों से धरने पर बैठे
सरकार की मनमानी के आगे नहीं झुकेंगे आंदोलन को लंबा चलाएंगे
मानेसर /पटौदी । हरियाणा की आर्थिक राजधानी गुरुग्राम के दूसरे नगर निगम व औद्योगिक इलाके मानेार के गाव कासन, सहरावन, कुकड़ोला व आवासीय क्षेत्र और आसपास के की 1810 एकड़ जमीन अधिग्रहण के विरोध में पिछले काफी समय से किसान मानेसर में धरने पर बैठे हैं । इस धरने पर प्रभावित किसानों का समर्थन करने शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन के किसान नेता राकेश टिकैत भी धरना स्थल पर पहुंचे और भाजपा सरकार पर जमकर बरसे।
किसानों की महापंचायत स्थल पर पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने भी यह साफ कर दिया कि किसानों की एक इंच जमीन सरकार को अब नहीं दी जाएगी । सरकार ने भले ही इस जमीन का अवार्ड कर दिया हो लेकिन सरकार की तरफ से जब जमीन पर कब्जा लिया जाएगा तो किसान आर पार की लड़ाई के लिए भी तैयार है । लेकिन सरकार को इस जमीन बिल्कुल नहीं देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की जमीन अधिग्रहण की जो नीति है वह किसानों के खिलाफ है । इससे किसानों को कोई फायदा नहीं होता और सरकार मासूम किसानों की जमीन को ओने पौने दामों पर खरीद कर उनका भविष्य खत्म कर रही है। इसके अलावा उन्होंने किसानों के समर्थन में यह भी कहा कि यह लड़ाई लंबी चलेगी और जब तक किसानों की जीत नहीं हो जाती, वह इसी तरह धरने पर बैठे रहेंगे। वहीं सरकार की तरफ से जो किसानों से वादे किए गए थे , उस पर भी किसान नेता राकेश टिकैत ने बोलते हुए कहा कि सरकार ने अभी तक कोई भी वादा पूरा नहीं किया है यदि सरकार जल्द वादों को पूरा नहीं करेगी तो आने वाले दिनों बड़े स्तर पर धरना किया जा सकता है।
इस मौके पर खोह गांव के रोहतास सरपंच, सतदेव सरपंच, सुदेश शर्मा, हेमलता, सहित अन्य किसानो ने कहा कासन गांव आसपास के गांव की 1810 एकड़ भूमि अधिग्रहण मामले को लेकर किसान 65 दिन से धरने पर बैठे हैं । इस दौरान किसानों ने हाईवे भी जाम किया , लेकिन पुलिस ने किसानों को खदेड़ कर हाईवे खुलवा दिया। इस दौरान पटौदी के विधायक के घर का घेराव भी किया लेकिन , पटौदी के विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने आश्वासन देकर किसानों को वापस भेज दिया। इसके बाद कई बार मुख्यमंत्री हरियाणा से भी किसान मिले लेकिन बात वही की वही रही। किसानों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने भी उनको सिर्फ दिन पर दिन आश्वासन दिया, और कुछ भी नहीं किया। अब किसान आर पार की लड़ाई सरकार से लड़ने के लिए तैयार है। किसान कह रहे हैं आईएमटी और मारुति बंद कर देंगे अगर सरकार हमारी बात नहीं मानती है तो। अब देखना होगा की हरियाणा सरकार किसानों की बात मान कर किसानों को उनकी जमीन की कीमत देती है या फिर जबरन किसानों की जमीन उनसे छीन लेती है ये तो आने वाला समय ही बताए।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा की भाजपा सरकार जमीन हड़पने वाली सरकार है। यह कभी भी किसानों की हितैषी नहीं रही। यह सिर्फ बिल्डरों की हितैषी रही है। क्योंकि किसानों की जमीन सस्ते रेट पर लेकर बिल्डरों को काफी मुनाफे में बेच देती है। इसके साथ साथ राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि किसानों की जमीन की लड़ाई लंबी चलेगी। क्योंकि किसानों को काफी लंबे समय तक सरकार से लड़ाई लड़नी पड़ेगी। इसके साथ-साथ राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि जब भी सरकार आप की जमीन पर कब्जा करने आए तो उसको वोट की चोट से सबक सिखाया जाए, लेकिन बाहर रोड पर कुछ ना किया जाए।
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