तावडू, 7 जून (आदर्श) : बड़े बड़े अस्पतालों में अनाप शनाप बिल देकर मचाई जा रही लूट को लेकर अब लोग लामबद्ध होने लगे हैं। जहां कितनी ही बार देखने में आता है कि अस्पताल में भर्ती मरीज की हालत को गम्भीर बताने के नाम पर कृत्रिम श्वांस यंत्र पर डाल कर अनाप शनाप बिल परिजनों के हाथ में थमा दिया जाता है जहां कितनी ही बार अस्पताल परिसर में पीडि़त के परिजन तोड़ फोड़ कर हंगामा बरपाते हैं और अस्पताल प्रबन्धन को पुलिस भी बुलानी पड़ती है। उपरोक्त शब्द भाजपा नेता महेन्द्र गर्ग एवं वरिष्ट पार्षद राजेश ने एक संयुक्त बयान में कहे।
उन्होंने कहा कि एक ओर तो प्रधानमंत्री देश की आम जनता को सस्ता इलाज व सस्ती दवा उपलब्ध कराने के लिए वचन बद्ध हैं। जिस के लिए उन्होंने आम लोगों को जागरूक करने के लिए एक अभियान चलाया है लेकिन इस के बावजूद बड़े बड़े अस्पतालों में इलाज के नाम पर आज भी लूटखसोट मचाई हुई है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय सरकार एवं प्रदेश सरकार को चाहिए कि वो आमजन की सुविधा के अन्तर्गत कोई ऐसा विधेयक लाना चाहिए कि किसी भी सरकारी एवं निजि अस्पताल में उपचार के दौरान भर्ती मरीज अस्पताल में ही मृत्यू हो जाती है तो उसका सारा बिल मॉफ कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है इस से अस्पताल प्रबन्धन एवं मरीज के अभिभावकों दोनों को ही लाभ होगा। जिस का मुख्य कारण चिकित्सक मरीज को जिंदा रखने का भरसक प्रयास करेगा इस के पश्चात भी यदि पीडि़त की उपचार के दौरान मृत्यू हो जाती है तो,अनावश्यक रूप से कृत्रिम श्वांस यंत्र या किसी भी अन्य प्रकार से लम्बा चौड़ा बिल बनाने का प्रयास कोई भी निजि अस्पताल नहीं करेगा इसलिए चिकित्सकों का भरसक प्रयास होगा कि पीडि़त की मृत्यू अस्पताल में न हो।
